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लॉक डाउन का वो समय
#11
श्याम को में खाना खाने की लिए निचे जा रहा था तो मुझे राधा अपनी लड़की को गोद में लेकर बेठी थी और बाहर ही बेठी थी मै उसको देख कर हँसा तो वो भी मुझे देख कर हस दी मैने उससे पूछा विकास जी नहीं दिख रहे हे तीन चार दिन से उसने बताया की उनके हॉस्पिटल को कोरोना का सेण्टर बनाया हे तो उनकी दिन की ड्यूटी लगा दी हे तो आज कल वो हॉस्पिटल जाने लगे हे मैने कहा अच्छा राधा मुझसे बोली मै आपसे माफ़ी मांगती हु आपने उस दिन दूध का बोला था और इन्होने मना कर दिया था इनकी आदत ही कुछ  ऐसी हे मैने कहा कोई बात नहीं आप क्यों ऐसा कह रहे हे आपको जब भी कुछ काम हो आप मुझे बता देना और हा विकास को मत बताना नहीं तो फिर विवाद हो जायेगा वो और में दोनों हस दिए वो अपनी लड़की को गोद में लिए बैठी थी मै उसके पास गया और उसकी लड़की को खिलाने लगा वो मुझे देख कर मुस्कुराई तो राधा बोली बस इसको कोई न कोई पास में चाहिए इसके कारण में कोई काम भी नहीं कर पाती हु मैने उसको कहा आपको कुछ काम है क्या लाओ मै संभाल लेता हु इसको और मैने उसको लेने के लिए हाथ आगे किया वो बोली हा प्लीज मुझे बाथरूम जाना है आप इसको ले लो मैने उसकी लड़की के लिए हाथ आगे किया और उसको उसकी गोद से लेते हुवे मेरा हाथ राधा के बूब्स से लग गया राधा ने कुछ नहीं बोला और न कुछ प्रतिक्रिया व्यक्त करी ये हुवा तो अनजाने मै था पर मेरे मन के शैतान ने करवट बदल ली वो बाथरूम चली गई नए हाथ के कारण उसकी लड़की रोने लगी थी मै उसको चुप करा रहा था पर वो चुप ही नहीं हो रही थी राधा बाथरूम से आई उसकी हाथ गिले थे तो उसने लड़की को ऐसे लिया जिससे उसके हथेली लड़की को टच न हो पर उसके उस प्रकार लेने के कारण मेरा हाथ उसके और लड़की के बिच में दब गया मेने हाथ निकालने का प्रयास करते हुवे उसके बूब्स को थोडा  जोर से दबा दिया उसके मुह से आह सी निकल गई पर वो कुछ बोली नहीं उसकी बच्ची उसकी गोद में जा कर चुप हो गई
-   मेने कहा आपकी गोद पहचानती है देखो आपके पास आते ही चुप हो गई हा
-   वो आप नए हो न इस लिए रोने लगी थी
-   अच्छा यानि मुझे दोस्ती करना पड़ेगी गुडिया रानी से
-   हा और उसके लिए टाइम देना पड़ेगा और वो आपके पास नहीं हे
-   अरे अभी तो दिन भर टाइम ही टाइम हे पर वो...... ( मै राधा से ज्यादा से ज्यादा बाते करना चाहता था ताकि उसके मन के बात समझ सकू ) वो कह कर मै चुप रह गया
-   वो क्या राधा बोली
-   मेरे ज्यादा टाइम देने पर विकास कही नाराज़ न हो जाये
-   नाराज़ तो जब होगे न जब उनको पता चलेगा जब उनको कोई कुछ बोलेगा
-   मैने कहा मतलब
-   जब उनको कोई कुछ बोलेगा ही नहीं तो तो उनको क्या पता चलेगा की आपने क्या किया
-   राधा के इस जवाब मै स्पष्ट संकेत था की वो क्या कह रही है यानि मेरे बूब्स दबाने वाली बात हम दोनों के बिच में ही रहना हे और यह जवाब मेरे लिए हरी झंडी के जेसा था
-   फिर तो अब गुडिया रानी को हम रोज खिलायेगे
-   अभी मै खाना खा कर आता हु फिर खेलेगे साथ में  
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#12
ye राधा kahan se aa gai ji
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#13
(23-08-2020, 05:52 AM)mastmast123 Wrote: फ़िर क्या कहा ,पिंकी ने , बताइए ना ,,, बहुत मस्त है , जल्दी मत करना चेडवाने की यूं ही खेल चलता रहे दोनों गर्म होते रहें तो ज्यादा मज़ा आएगा

मेरी जिंदगी का अनुभव है की किसी को अपने निचे सुलाने में कितनी मेहनत लगती है और कुछ लोग ऐसी कहानी पोस्ट कर देते है जेसे लड़की आई और मेरा लंड पकड़ कर अपनी चूत मै डाल लिया मेने हिलाया और फिर सारा मल उसके अंदर डाल कर निकल गया वो वही खड़ी मुझे देखती रही अरे वो औरत है लड़की है हा उसके पास चूत हे पर उसके पहले उसके पास दिल है मैने तो आज तक जीतनी को भी चोदा है वो आज भी मुझे याद करती रहती है क्यों की चुदाई से ज्यादा मज़ा तो मस्ती मै आता है और मेरी कहानियो मै भी आपको वही सब मिलेगा
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#14
फिर में निचे आ गया खाना खाने बातो बातो में पिंकी ने मुझसे कहा की आपका फ़ोन नंबर हे नहीं हे मेरे पास तो मेने उसको मेरा नंबर दिया में आगे वाले रूम में खाना खाता हु और उसके ससुर और सास वही रहती हे तो वहा कुछ भी नहीं हो पता था रात में सोते समय मेरे मोबाईल पर एक मेसेज आया हाय मेने उस पर कहा हाय आप कोन उधर से जवाब आया पहचाना नहीं मेने कहा नहीं मेने डी पी देखी पर कुछ समझ में नहीं आया अरे मुझे ऐसी उम्मीद नहीं थी सामने से जवाब आया मुझे यकीं हो गया की ये पिंकी हे पर मै पक्का करना चाहता था तो
मैने कहा पहचान तो लिया हे पर यकीं नहीं हो रहा
यकीं तो मुझे भी नहीं हो रहा कि आप ऐसी हरकत कर सकते हे
मैने क्या किया
अच्छा आपने मेरे कपडे क्यों बदल दिए
कपडे कौन से कपडे
अच्छा अब आपको यह भी पता नहीं की कौन से कपडे
अच्छा वो अरे वो फट गए थे न
अच्छा मतलब आप हमारे कपड़ो को देखते हो गंदे हो आप
मैने कहा मै तो आपको भी देखता हु पर आप ही मुझको भाव नहीं देते
क्यों मुझमे ऐसा क्या हे देखने जेसा
ये तो आप जब खुद को मेरी निगाहों से देखोगे तो पता चलेगा
उधर से कोई जवाब नहीं आया तो मैने फिर मेसेज किया
अच्छा मेरा गिफ्ट केसा लगा
जवाब आया आपको हमारा नाप कैसे पता चला
मैने मेसेज किया वो तो उसी दिन नाप लिया था जिस दिन ....................
थोड़ी देर में तक जवाब नहीं आया फिर गुड नाईट आया और नेट बंद हो गया मैने भी थोड़े देर देखा और में भी सोने की कोशिश करने लगा मुझे लगा की अब रास्ता लम्बा नहीं है
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#15
Great keep posting
Share your experience
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#16
https://xossipfap.com/forum/thread-25658.html

बरसात की वो रात नयी कहानी  
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#17
Please update
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#18
सुबह मै दूध लेने निचे गया तो मुझे पिंकी की सास ने अंदर बुला लिया और वो चाय ही लेकर आ गई  मेरा मन पिंकी को देखने का हो रहा था तो मेने पूछ लिया अरे आप क्यों काम कर रही है भाभी कहा है वो बोली पिंकी को हाथ नहीं लगाना हे तो अब चार दिन मुझे ही करना पड़ेगा वो तो अब अपने रूम में ही है मै हताश हो गया यानि अब चार दिन की छुट्टी पर मैने पिंकी को रोती हुई स्माइली के साथ मेसेज किया उधर से हसती हुई इस्माली के साथ जवाब आया चार दिन मैने दिमाग दोड़ाया की क्या करना चाहिए मैने एक तरकीब निकली उसकी सास चाय बनाने में ही हाफ गई थी तो

मैने उनसे कहा की आपको तो हर महीने प्रॉब्लम रहती होगी ना
वो बोली नहीं हर बार तो चार पांच दिन के लिए एक बाई बुला लेते है पर इस बार कोई आयेगा भी नहीं और बुलाना भी नहीं है
हा पर आप केसे करेगी इतना काम
मै बेठ कर कर लूगी मुझसे खड़े खड़े नहीं होता है
मैने उनसे कहा की अगर आपको एतराज़ न हो तो खाना मै बना दुगा
वो बोली की आप मैने कहा हा मै मुझे खाना बनाने का अनुभव है और मेरी बात सुन कर वो खुश हो गई पर उन्होंने कहा की अरे आपसे केसे काम करवा सकते हे
मैने कहा की आप लोगो ने अपने घर का सदस्य माना और फिर यह संकोच क्यों
थोड़ी देर वो कुछ नहीं बोली तो पिंकी के ससुर ने कहा की अरे इतना क्या सोच रही हो तुम आ जाना बेटा खाना बनाने फिर उन्होंने भी हा कर दिया
चाय पी कर मै उपर आ गया राधा अंदर थी तो में भी सीधा उपर आ गया उपर आकर मेने पिंकी को मेसेज किया कि
-   आपके किचन मै आ रहा हु 
-   वो बोली हा पर अब उस दिन जैसी गलती नहीं होगी
-   मैने कहा की काश हो जाये उसने कुछ जवाब नहीं दिया फिर
-   मैने कहा की आप पढ़ी लिखी हे और जॉब भी कर रही है फिर भी ये सब बाते मानते है ये चार दिन और दुरी
-   अरे माँ पापा बहुत मानते है और इसी कारण इन्होने ( उसके पति ने ) कहा की तुम भी मान लिया करो क्या फर्क पड़ता है तो मेने भी मान लिया
-   आप सबकी बात मन लेते हो यानि कभी मै कुछ कहू तो वो बात भी आप मान लेगी
-   हा पर कोई बात मानने जेसी हो तो मान सकते है पर आपकी बाते
-   क्यों मेरी बाते क्या
-   कुछ नहीं खाने का टाइम हो रहा है और आपने बनाना शुरू नहीं किया तो क्या हम सबको मैगी खिलोगे क्या
-   आ रहा हु
      मै निचे जा रहा था राधा फिर मुझे नहीं दिखी फिर  मै  उसके किचन में था किचन के गेट के सामने ही उसका रूम था और किचन की खिड़की के सामने बाथरूम था मै किचन में आ गया उसकी सास ने मुझे सारा सामान बता दिया और किचन में खड़ी हो गई उनसे खड़े होते नहीं बन रहा था मैने उनको कहा की आप बैठ जाइये में कर लुगा इतने में खिड़की के वहा पिंकी आ गई और उसकी सास को बोली मम्मी आप मत खड़े रहो मै यहाँ से सामान बता दुगी उसकी सास चली गई
-   मैने उसको कहा कोन सा सामान दिखाओगी जो उस दिन दिखाया था वो या
-   उसने गुस्से में देखा और बोली क्या बनायेगे आप 
-   मैने उसको कहा आप बताये क्या बना दू
-   वो बोली आप एक कम करे दाल चावल बना दे जल्दी बन जायेगे और कम मेहनत का काम है  मुझे अच्छा नहीं लग रहा कहा तो मै आपके खाने की चिंता कर रही थी और कहा हम सब का काम आपके उपर आ गया
-   अरे आप ऐसा मत कहे मुझे खाना बनाने का शोक है और यहाँ तो मौका भी नहीं मिलता हे बनाने का तो अच्छा है ना चलो आपको आज गुजरती खाना खिलाते है दाल ढोकली और चावल
मै खाना बनाता रहा वो खड़ी रही और कुछ ज्यादा बाते नहीं हुई उसकी सास भी अंदर बहार आना जाना कर रही थी खाना बन गया तो मैने उसकी सास को कहा उन्होंने दो थाली लगा कर मुझे और पिंकी के ससुर को खाना दिया मै खाना खाकर उपर आ गया मुझे राधा बेठी हुई दिखी उसकी गुडिया नहीं थी मै उसको देख कर हँसा उसने भी रिप्लाई आपनी मुस्कराहट से दिया
-   कहा हे गुडिया रानी
-   मनस्वी,  वो सो गई
-   आप दिन भर बोर हो जाती होगी न अकेले
-   नहीं मनस्वी के कारण टाइम पता ही नहीं चलता है
-   अच्छा में कल सुबह मार्किट जाउगा आपके लिए कुछ लाना है
-   नहीं ये ले आयेगे और अगर आपसे कुछ मंगवाया तो फिर ये मुझे कुछ मंगवाने लायक नहीं छोड़ेगे
-   हा पर मुझे इतना शक करने वाले पति अच्छे नहीं लगते इतना भी क्या शक करना मैने राधा को कहा
-   वो बोली अब कोई कुछ कर नहीं सकते तो शक ही करेगे
-   मैने कहा क्या मतलब
-   उसकी आखो में आसू आ गए वो कुछ बोली नहीं और अंदर चली गई मुझे भी कुछ समझ नहीं आया और मै भी उपर आ गया और लेट गया
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#19
Update Plz.
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#20
थोड़ी देर बाद पिंकी का मेसेज आया थैंक्स

-   मैने कहा किस बात का
-   अरे इतना अच्छा खाना खिलाने के लिए
-   मैने कहा आपको पसंद आया मेरी मेहनत सफल हो गई आज उपर नहीं आई आप
-   बस आ रही हु
थोड़ी देर मै वो उपर आई कपड़े ले कर उसने आज साडी पहन रखी थे मेरे रूम का दरवाजा खुला था आज उसके कपडे सुखाने के तरीके में बदलाव था वो रोज मेरे रूम की और पीठ करके कपडे सुखाती थी आज उसका चेहरा मेरे रूम की और था उसके कपडे सारे सुख गए थे मेने उसको इशारे से कमरे के अंदर बुलवाया वो अंदर आई और बोली
-   क्या कर रहे है आप
-   कुछ नहीं बोर हो रहा हू टाइम ही पास नहीं होता
-   अरे फिर क्या करते है आप दिन भर
-   बस किसी की सेवा करने के लिए निचे जाता हू और फिर उनकी याद मै दिन भर गुजरता रहता हु
-   अच्छा पर किसकी याद में गुजारते है आप समय,  हिचकी तो किसी को नहीं चलती
-   वो तो मेरे आखो सामने ही रहती है
-   सामने कौन वो चौहान आंटी ( हमारे घर के सामने एक बुडिया रहती है उसको सब चौहान आंटी कहते है )
-   अरे नहीं रे यहाँ और मैने मेरा कंप्यूटर की स्क्रीन को चालू कर दिया ( मैने कंप्यूटर तो पहले से ही चालू कर रखा था और उसकी पिक को डेस्क टॉप पर लगा कर रख दिया था )
-   वो एक दम से चोक गई  मेरा फोटो आपने कहा से निकाल लिया
-   चाहने वाले निकल ही लेते है कही न कही से फोटो
-   क्या करते हो इस फोटो का
-   वही जो मोबाईल पर नहीं कर पाता और ना सामने आते है तो कर पाता हु तो फोटो के साथ ही कर लेता हु
-   गन्दा मत कर देना फोटो   
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